जिस तरह गुलाब में कांटे होते हैं। प्यार का रिश्ता भी कुछ वैसा ही होता है। प्यार गुलाब की खुशबू जैसी लगती है और इसकी जुदाई कांटों के जैसी।रोज डे अपने प्रियजनों को और परिवारजनों को अपने प्यार का इजहार करने का अच्छा बहाना होता है।गुलाब की खुशबू जितना आपको पास खींचती हैं, इसके कांटे उतना ही आपको दूर धकेलते हैं।गुलाब के कांटे, उसके सच्चे आशिक़ होते हैं। तभी कांटे हर पल गुलाब की रक्षा करता है।गुलाब का फूल हमें दुख में भी खुश रहने की शिक्षा देती है।जैसे गुलाब कांटों में रहकर भी अपनी खुशबू चारों ओर बिखेरती है। वैसे ही हमें अपनी दुःख की घड़ी में मुस्कुराना नहीं छोड़ना चाहिए।एक गुलाब वह कहने की ताकत रखता है। जो हम अपने होंठो से नहीं कह पाते हैं।एक लाल गुलाब ही काफी है आपके प्यार का एहसास कराने के लिए।मुझे जब भी अपना प्यार जताना होता है। तब मैं उसे बस एक गुलाब दे देता हूं और वह समझ जाती है।मेरे दिये गुलाब को बस एक फूल मत समझना, फूल के साथ मेरा दिल भी दिया है।गुलाब प्यार कि वह खामोश भाषा है। जिसे से प्यार करने वाला दिल समझता है।सफेद गुलाब पवित्रता का, पीला गुलाब दोस्ती का और लाल गुलाब प्रेम का प्रतीक होता है।गुलाब कई रंगों में उपलब्ध होता है। लेकिन खुशबू हर रंग के गुलाब की वही रहती है।गुलाब जितना प्रेम व्रत करने के काम आता है। उतना ही श्रद्धांजलि देने के लिए काम आता है।इस बार रोज डे में अपने माता पिता को भी एक रोज दीजिए। क्योंकि हम से सबसे पहले उन दोनों ने ही प्यार किया था।प्रेम का प्रतीक इसलिए भी होता है। क्योंकि गुलाब बहुत खूबसूरत है लेकिन उस पर कांटे भी लगे होते हैं। वैसे ही प्यार करना जितना आसान होता है। इसके परीक्षाओं में पास होना भी उतना ही मुश्किल होता है।जैसे फूलों में कोई गुलाब की जगह नहीं ले सकता, वैसे ही मेरी जिंदगी में तुम्हारी जगह कोई नहीं ले सकता।उसने जब प्यार से गुलाब दिया। तब ये दुनिया बहुत प्यारी हो गयी।कितनी अजीब बात है ना! बिना कुछ कहे गुलाब वो सब कह जाता है। जो हम चाह कर भी नहीं कर सकते।किसी को धोखा देने से बेहतर है गुलाब दे दो। क्योंकि गुलाब बिना शब्दों के भी बहुत कुछ कह जाता है।